2020 में बाहर देशों के भारतीयों ने भारत में भेजे 6.10 लाख करोड़ रुपए

Posted by Arthlabh Hindi News
3
May 14, 2021
275 Views
Image

मुंबई- 2020 में प्रवासी भारतीयों ने 83 बिलियन डॉलर करीब 6.10 लाख करोड़ रुपए (रेमिटेंस) अपने देश भेजे हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के कोरोना से प्रभावित रहने के बावजूद 2019 के मुकाबले इसमें 0.2% की मामूली गिरावट रही है। 2019 में भारत को रेमिटेंस के रूप में 83.3 बिलियन डॉलर करीब 6.13 लाख करोड़ रुपए की राशि मिली थी। वर्ल्ड बैंक की ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। 

वर्ल्ड बैंक की ओर से जारी डाटा के मुताबिक, 2020 में चीन को रेमिटेंस के रूप में 59.5 बिलियन डॉलर करीब 4.37 लाख करोड़ रुपए की राशि मिली है। जबकि 2019 में 68.3 बिलियन डॉलर करीब 5 लाख करोड़ रुपए की राशि रेमिटेंस में मिली थी। 2020 रेमिटेंस प्राप्त करने में भारत पहले और चीन दूसरे स्थान पर रहा है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, यूनाइटेड अरब अमीरात यानी से भारत को आने वाली रेमिटेंस में 2020 में 17% की गिरावट रही है। भारत और चीन के बाद रेमिटेंस के रूप में मैक्सिको को 42.8 बिलियन डॉलर, फिलीपींस को 34.9 बिलियन डॉलर, मिस्र को 29.6 बिलियन डॉलर, पाकिस्तान को 26 बिलियन डॉलर, फ्रांस को 24.4 बिलियन डॉलर और बांग्लादेश को 21 बिलियन डॉलर की राशि मिली है। डाटा के मुताबिक, पड़ोसी देश पाकिस्तान के रेमिटेंस के रूप में मिलने वाली राशि में 17% का उछाल आया है। 2020 में पाकिस्तान को सऊदी अरब से सबसे ज्यादा रेमिटेंस मिला है। इसके बाद यूरोपियन यूनियन से जुड़े देशों और यूएई का नंबर आता है। बांग्लादेश को मिलने वाले रेमिटेंस में 18.4% और श्रीलंका के रेमिटेंस में 5.8% का उछाल रहा है। 

2020 में नेपाल को मिलने वाले रेमिटेंस में 2% की गिरावट रही है। जबकि 2020 की पहली तिमाही में रेमिटेंस में 17% की गिरावट रही थी। वर्ल्ड बैंक की ताजा माइग्रेशन एंड डेवलपमेंट ब्रीफ में कहा गया है कि कोविड के बावजूद 2020 में रेमिटेंस में लचीलापन रहा है। अनुमान के मुकाबले इसमें मामूली गिरावट रही है। दूसरे देशों में काम करने वाले प्रवासियों की ओर से बैंक, पोस्ट ऑफिस या ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए अपने मूल देश को भेजे जाने वाले पैसे को रेमिटेंस कहा जाता है। 

Resource Link - https://www.arthlabh.com/2021/05/14/in-2020-indians-from-outside-countries-sent-6-10-lakh-crore-rupees-to-india/

Comments
avatar
Please sign in to add comment.
More Articles