बौद्धिक दिव्यांग बच्चो और बच्चियों का मानसिक विकास कैसे कराये
बौद्धिक दिव्यांग बच्चों और बच्चियों का मानसिक विकास कराने के लिए विशेष उपायों और ध्यानादेय पहलुओं की जरुरत होती है। यहाँ कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं जो इन बच्चों के मानसिक विकास में मदद कर सकते हैं:
व्यक्तिगतीकरण:
- हर बच्चा अद्वितीय होता है, और उसके व्यक्तिगत रूप से समर्थित होना महत्वपूर्ण है। उन्हें उनकी प्राथमिकताओं, रुचियों, और क्षमताओं के अनुसार शिक्षा प्रदान करना चाहिए।
सहायक शिक्षा:
- इन बच्चों को शिक्षा के लिए विशेष टीचर्स या सहायक शिक्षकों की सेवाएं प्रदान करनी चाहिए जो उन्हें उनकी आवश्यकताओं के अनुसार शिक्षित कर सकें।
विशेषज्ञ उपाय:
- बौद्धिक दिव्यांग बच्चों के लिए विशेषज्ञ उपाय और टूल्स का उपयोग करना चाहिए जैसे कि सुनें, बोलें, या देखें विशेषज्ञ उपाय।
स्वास्थ्य और आदतें:
- उन्हें स्वस्थ और सकारात्मक आदतें सिखाना चाहिए, जैसे कि सही खानपान, नियमित व्यायाम, और पर्यावरण के साथ सहजीवन।
समृद्धि की दिशा में योजना बनाएं:
- उनके मानसिक विकास को समर्थन करने के लिए एक योजना बनाएं जिसमें उनके शिक्षा, सामाजिक संबंध, और स्वास्थ्य की देखभाल शामिल हो।
सोशल स्किल्स का विकास:
- इन बच्चों को सामाजिक स्किल्स का विकास करने के लिए सामाजिक गतिविधियों और सामूहिक अभ्यासों में शामिल करना चाहिए।
तात्कालिक प्रतिस्पर्धा से बचाव:
- इन बच्चों को तात्कालिक प्रतिस्पर्धा से बचाव करने के लिए उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग देना चाहिए, ताकि वे अपनी स्थिति में समर्थ हो सकें।
पॉजिटिव रिनफोर्समेंट:
- इन बच्चों को पॉजिटिव रिनफोर्समेंट का उपयोग करके उनकी प्रेरणा बढ़ाना चाहिए। उन्हें उनकी सफलताओं के लिए प्रशंसा मिलनी चाहिए, जिससे उनमें स्वाभाविक हौंसला बना रहे।
परिवार और सामाजिक समर्थन:
- इन बच्चों के परिवार और समाज में समर्थन का मौका मिलना चाहिए, जो उन्हें अपनी दिक्कतों को पार करने के लिए साहस और समर्थन प्रदान कर सकता है।
- मानव सेवा आश्रम, बोकारो
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